लेखनी प्रतियोगिता -16-Jun-2022महक
महक
तुझे देख महकूं मैं आज,
जैसे खिले गुलाब।
रूप मेरा हर रोज निखरे,
चेहरे पर आए शबाब।
जो तूने देखा प्यार से,
मैं हो गई बेहाल।
शर्म से थे लाल गाल।
धड़कन भी मेरी बढ़ रही,
इश्क तेरे के तोहफे ने।
दीवाना सा कर दिया,
क्या कहूं तेरे प्यार का जादू।
कुछ मुझ पर यूं चल गया,
बन गई अब तो तेरी ।
नजरों से तू कह गया,
बस अपने जन्मदिन पर,
धीरे से आई लव यू
तू कह गया।
दिल से मेरे आवाज आई,
प्रियतम तू दिल में बस गया।
बस लगे तुझे मेरी उम्र,
दिल मेरा बस कह गया।
आए ना कोई मुसीबत राह में,
मांगू बस यही दुआ ,
अब इस जहां में,
बाहों में भर ले तू सनम,
भूल जाऊं दुनिया के सब गम।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
प्रतियोगिता हेतु
Punam verma
17-Jun-2022 06:48 PM
Nice
Reply
Seema Priyadarshini sahay
17-Jun-2022 03:47 PM
👌👌
Reply
Shrishti pandey
17-Jun-2022 03:14 PM
Nice
Reply